जान बचाने वाले नरपत सिंह की गोद में फूट-फूटकर रोई गर्भवती हिरण, वायरल वीडियो सबको कर रहा भावुक

हिरण बहुत ही बुद्धिमान और फुर्तीला जंगली जानवर होता है। यह संवेदनशील होने के साथ-साथ खूब भावुक भी होता है। हिरण की भावुकता का एक वीडियो राजस्‍थान से सामने आया है, जिसमें कुत्‍तों व शिकारियों से जान बचाने वाले की गोद में आकर यह मादा हिरण फूट-फूटकर रोने लगी। इसकी आंखों से आंसू बहने लगे। रोते हुए हिरण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

बाड़मेर के गांव लंगेरा में मिला हिरण

जान बचाने वाले नरपत सिंह की गोद में फूट-फूटकर रोई गर्भवती हिरण, वायरल वीडियो सबको कर रहा भावुक

वायरल वीडियो राजस्‍थान के बाड़मेर जिले के गांव लंगेरा का है। दो दिन पहले लंगेरा के ग्रीन मैन नरपत सिंह दोपहर को सूचना मिली कि गांव में एक हिरण का एक्‍सीडेंट हो गया। हिरण को कुत्‍तों व शिकारियों से खतरा है। उसे बचाना चाहिए।इस पर नरपत सिंह मौके पर पहुंचे तो देखा कि करीब दो साल की एक गर्भवती हिरण पेड़ के पीछे छुपकर खड़ी थी। हिरण बुरी तरह से डरी हुई थी। एक्‍सीडेंट में उसके शरीर के पीछे हिस्‍से में चोट आई थी। इसलिए वह भाग नहीं पा रही थी।

ग्रीन मैन साइक्लिस्ट नरपत सिंह का इंटरव्‍यू

वन इंडिया हिंदी से बातचीत में नरपत सिंह ने बताया कि हिरण को मौके से गोद में उठाकर 12 किलोमीटर दूर बाड़मेर जिला मुख्‍यालय पर राजकीय पशु अस्‍पताल लेकर आया। यहां पर डॉक्‍टर शर्मा ने उसका इलाज किया। इंजेक्‍शन लगाने व दवा देने के बाद हिरण की तबीयत में सुधार हुआ। फिर इसे उसे वन विभाग के कर्मचारियों को हवाले कर दिया। उन्‍होंने हिरण को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।

फेसबुक पर शेयर किया हिरण का वीडियो

इससे पहले ग्रीन मैन नरपत सिंह ने इलाज करवाने के बाद हिरण को गोद में लिया तो उसकी आंखें भर आई। वह नरप‍त सिंह की गोद में फूट-फूटकर रोने लगी। हिरण को रोता देख खुद नरपत सिंह भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। नरपत सिंह ने रोते हुए हिरण को गले से लगा लिया और उसे चूम लिया। इसके बाद उसे जंगल में सुरक्षित छुड़वा दिया। इन्‍होंने हिरण का यह वीडियो अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर शेयर किया है।

अब तक बचाई 180 हिरणों की जान

बता दें कि नरपत सिंह मूलरूप से बाड़मेर के गांव लंगेरा के रहने वाले हैं। ये पिछले दस साल से बाड़मेर जिले में कुत्‍तों और शिकारियों से हिरणों से बचाने में जुटे हैं। अब तक 180 से हिरणों की जान बचा चुके हैं। इनमें वो हिरण भी शामिल हैं, जो कई बार कंटीली तारों में भी फंसे मिले। अकेले गांव लंगेरा के आस पास के इलाके में 400 से ज्‍यादा हिरण विचरण कर रहे हैं।

साइकिल से 31 किमी लंबी यात्रा निकाली

नरपत सिंह को ग्रीन मैन साइक्लिस्ट इसलिए कहा जाता है कि इन्‍होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए साइकिल पर भारत में 31 हजार 121 किलोमीटर लंबी यात्रा निकालकर लोगों को जल, जंगल और जीव को बचाने का संदेश दिया। नरपत सिंह ने 27 जनवरी 2019 एयरपोर्ट जम्‍मू से साइकिल यात्रा शुरू की, जो पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्‍ली, यूपी महाराष्‍ट्र, गुजरात समेत देश के मणिपुर, मेघालय, मिजोरम व अरुणांचल प्रदेश को छोड़कर सभी राज्‍यों से गुजरी और 20 अप्रैल 2022 को अमर जवान ज्‍योति जयपुर पर आकर सम्‍पन्‍न हुई।

हिरण के बारे में कुछ खास फैक्‍ट

1 हिरण का प्रमुख भोजन हरे पत्‍ते, घास आदि है।

2 हिरण के शरीर पर सफेद रंग की छोटी छोटी धारियां होती हैं।

3 हिरण समूह में रहना पसंद करता है। इनके समूह को आमतौर पर झुंड कहा जाता है।

4 जंगली जानवरों में हिरण काफी फुर्तीला होता है।

5 राजस्‍थान के चूरू में तालछापरअभयारण्य में काले हिरण पाए जाते हैं।

6 हिरणों में सुनने और सूंघन की क्षमता जबरदस्‍त होती है।

7 हिरण की उम्र करीब 10 से 20 साल तक मानी जाती है।

8 हिरण 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ सकता है।

9 नर हिरण के सिर पर बड़े सींग भी होते हैं।1

10 दुनियाभर में हिरणों की लगभग 40 प्रजाति पाई जाती है।

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