एक साल पहले फ्लाइट में हुई थी स्वामी प्रसाद मौर्या के दूत बने दारा सिंह चौहान और अखिलेश की मुलाक़ात, तभी से हो रहा था योगी और बीजेपी के खिलाफ षड़यंत्र : जानें पूरा मामला

लखनऊ,टेलिग्राफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, योगी सरकार में कुछ दिनों पहले मची भगदड़ की ये पूरी स्क्रिप्ट करीब एक साल पहले लिखी गई। रिपोर्ट के मुताबिक, ”करीब एक साल पहले उस वक्त योगी सरकार में वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने एक फ्लाई में बैठे। यह फ्लाइट लखनऊ से दिल्ली जा रही थी, जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी सवार थे।” दरअसल, दारा सिंह चौहान ने सबकी नजरों से बचने के लिए अखिलेश यादव की फ्लाइट के बारे में जानकारी हासिल की और उसी हिसाब से अपना भी टिकट बुक करा लिया। अब इसके क्या हुआ, चलिए आपको बताते हैं l
दारा सिंह चौहान ने अखिलेश यादव से फ्लाइट में कहा, ”योगी आदित्यनाथ के अंडर हमारा दम घुट रहा है। वह लगातार हमें (OBC मंत्री और विधायकों ) बेइज्जत और प्रताडि़त करते हैं। कृपया आप कुछ कीजिए… हमें इस नर्क से निकालिए।” दारा सिंह चौहान ने फ्लाइट में अखिलेश यादव को जब यह पूरी व्यथा सुनाई, तब अखिलेश यादव के साथ उनके दो और साथी फ्लाइट में मौजूद थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, दारा सिंह चौहान ने अखिलेश यादव से यह भी कहा, ”मैं आपके पास सम्मानित ओबीसी नेता और वरिष्ठ मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का दूत बनकर आपके पास आया हूं। अगर आप हमारी बात सुनेंगे तो दर्जनों ओबीसी विधायक बीजेपी छोड़कर सपा में आ सकते हैं।”
फ्लाइट में अखिलेश यादव ने दारा सिंह चौहान की पूरी बात सुनी। सपा अध्यक्ष ने उस वक्त किसी प्रकार का वादा तो नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा, ‘आप जाइए और अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए काम करिए। हम देखते हैं क्या कर सकते हैं।’ दारा सिंह चौहान को ये बातें बोलकर अखिलेश यादव दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे और आगे निकल गए।
स्वामी प्रसाद मौर्य समेत योगी कैबिनेट के अन्य मंत्रियों और बीजेपी विधायकों को सपा में शामिल करने को लेकर अखिलेश यादव ज्यादा उत्सुक नहीं थे, लेकिन पिता मुलायम सिंह यादव के दखल के बाद उन्होंने अपना माइंड चेंज किया। अखिलेश यादव को लग रहा था कि बीजेपी के बहुत से बागी नेताओं के आ जाने सपा में टिकट बंटवारा प्रॉब्लम बन जाएगा, लेकिन मुलायम सिंह यादव ने उन्हें समझाया।